बारिश में गंदगी से बजबजा रहा है छपारा

 

 

(फैयाज खान)

छपारा (साई)। नगर पंचायत बनने को तरस रहे ग्राम पंचायत छपारा मुख्यालय में इन दिनों भीषण गंदगी का आलम पसरा हुआ है। बारिश के मौसम में समूचे शहर में गंदगी इस कदर फैली है कि महामारी फैलने की आशंकाओं से इंकार नहीं किया जा सकता है।

ग्रामीणों का कहना है कि ग्राम पंचायत की अकर्मण्यता के चलते छपारा में साफ सफाई की व्यवस्था पूरी तरह ठप्प ही प्रतीत हो रही है। बारिश के पानी में गंदगी से बजबजाती नालियों से कचरा निकलकर सड़कों पर आ रहा है। आलम यह है कि गंदगी और बरसात के कीड़े, लोगों के घरों के सामने बिलबिलाते हुए सहज ही नज़र आते हैं।

लोधी वार्ड स्थित व्यायाम शाला के द्वार के सामने निवासरत शर्मा परिवार ने बताया कि लंबे समय से नालियों की सफाई नहीं की गयी है। नालियों में बजबजा रही गंदगी के पानी की निकासी का रास्ता नहीं है जिस वजह से नाली के पानी में कीड़े उत्पन्न हो गये हैं जो अब घरों और दुकान में घुसने लगे हैं।

उन्होंने बताया कि उनके द्वारा नाली की सफाई की गुहार अनेंकों बार ग्राम पंचायत से किये जाने के बाद भी ग्राम पंचायत के द्वारा इस मामले में ध्यान देना मुनासिब नहीं समझा गया है। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत की लापरवाही से छपारा शहर के लोग बुरी तरह आजिज आ चुके हैं।

वहीं, सरकारी रेस्ट हाऊस के सामने वाले मार्ग पर कचरा फेंका जा रहा है, जिससे उठने वाली दुर्गंध लोगों को परेशान कर रही है। इस मार्ग का उपयोग श्रृद्धालुओं के द्वारा पुण्य सलिला बैनगंगा के दर्शन, स्नान ध्यान के लिये किया जाता है। इसके अलावा यह मार्ग मोक्षधाम की ओर भी जाता है।

ग्रामीणों ने बताया कि छपारा शहर के वार्ड से एकत्र किया जा रहा कचरा शहर के बाहर फेंकने की बजाय नालियों में ही डाला जा रहा है। कचरे से युक्त ये नाले आगे जाकर पुण्य सलिला बैनगंगा में मिल रहे हैं। इस तरह छपारा शहर के कचरे से अटी नालियों से पुण्य सलिला बैनगंगा भी प्रदूषित हुए बिना नहीं है।

इसके साथ ही ग्रामीणों ने आशंका व्यक्त की है कि ग्राम पंचायत के इस लचर रवैये के चलते छपारा शहर में चारों ओर गंदगी का आलम होने के कारण महामारी अगर फैल जाये तो किसी को तनिक भी आश्चर्य नहीं होना चाहिये। ग्रामीणों के द्वारा इस बात पर हैरानी जाहिर की जा रही है कि यह सब देखने सुनने के बाद भी जनपद पंचायत के नुमाईंदे शांत कैसे हैं?

उक्त संबंध में ग्रामीणों का आगे कहना है कि छपारा में स्थान – स्थान पर पानी एकत्र हो रहा है, जिससे इस बात की आशंका बलवती होती जा रही है कि बारिश में डेंगू और मलेरिया के मच्छर न उत्पन्न हो जायें। मच्छरों के शमन के लिये भी ग्राम पंचायत के द्वारा किसी तरह की मुकम्मल व्यवस्थाएं न किये जाने पर ग्रामीणों ने आक्रोश व्यक्त किया है। ग्रामीणों ने संवेदनशील जिला कलेक्टर प्रवीण सिंह के ध्यानाकर्षण की जनापेक्षा व्यक्त की है।