जिले में कहाँ है परिवहन विभाग!

 

 

(शरद खरे)

जिले भर में सड़कों पर चल रहे वाहनों की सुध लेने वाला कोई नहीं दिखता है। मनमाने तरीके से वाहनों का संचालन किया जा रहा है। बिना परिचालक के माल वाहक ट्रक चल रहे हैं। नियमानुसार माल या यात्री वाहक वाहनों के चालक और परिचालकों को गणवेश में होना चाहिये, पर गणवेश के लिये पाबंद करने वाला कोई दिखायी नहीं देता है।

हाल ही में दो वाकये प्रकाश में आये हैं। पहला वाकया पलारी के आशादीप स्कूल के विद्यार्थियों के परिवहन में लगे वाहन का सामने आया है। यह वाहन एक अन्य वाहन से टकरा गया था। इसमें डेढ़ दर्जन से ज्यादा विद्यार्थी घायल भी हुए थे। बताते हैं कि यह वाहन बिना परमिट ही संचालित हो रहा था।

इसके अलावा दूसरा हादसा भीमगढ़ के पास हुआ। केवलारी से छपारा की ओर जा रही एक यात्री बस को वाहन चालक के द्वारा उफनते नाले में उतार दिया गया। यह वाहन नाले में जाकर गड्ढे में फंसकर पलटते-पलटते बचा। यह तो गनीमत थी कि कोई हताहत नहीं हुआ।

बारिश का मौसम आ चुका है। बारिश में नदी नाले, पुल पुलियोें, रपटों आदि पर से पानी बहना आम बात है। देखा जाये तो प्रशासन को संबंधित विभागों को इस बात के लिये पाबंद किया जाना चाहिये कि कम ऊँचाई वाले रपटों आदि पर दोनोें ओर चेतावनी बोर्ड लगाये जायें।

इसके अलावा दुर्घटना संभावित रपटों आदि के दोनों ओर अस्थायी बैरियर भी लगाये जाने चाहिये। बारिश होने और रपटे पर से पानी बहने की स्थिति में बैरियर को बंद कर दिया जाना चाहिये। सिवनी सहित देश-प्रदेश में इस तरह के रपटों पर वाहनों के बहने की घटनाएं पहले भी घट चुकी हैं।

वाहनों की चैकिंग का काम परिवहन विभाग के जिम्मे है। जिले में परिवहन विभाग के द्वारा जब भी कार्यवाही की जाती है तो महज़ जिला मुख्यालय के आसपास या नेशनल हाईवे पर ही कार्यवाही होती दिखती है। परिवहन विभाग के दस्तावेज अगर देखे जायें तो हर माह वाहनों का चालान बना मिलेगा।

इसका कारण यह है कि विभाग के द्वारा अपना सालाना राजस्व पूरा करने की गरज से वैध या अवैध रूप से चल रहे वाहनों का हर माह एक चालान बनाया ही जाता है। यहाँ विचारणीय बात यह है कि लगभग हर माह जिस वाहन का चालान बन रहा है वह वाहन हर माह ही नियमों को तोड़ रहा होगा। इन परिस्थितियों में इस तरह के वाहन का परमिट ही निरस्त कर दिया जाना चाहिये।

संवेदनशील जिलाधिकारी प्रवीण सिंह से जनापेक्षा है कि जिले में परिवहन विभाग को पूरी तरह सक्रिय किया जाये। परिवहन विभाग को इस बात के लिये पाबंद किया जाये कि विभाग के द्वारा जिले से होकर गुजरने वाले अवैध वाहनों विशेषकर यात्री बसों के खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाये। साथ ही बारिश में इस तरह यात्रियों की जान जोखिम में डालने और विद्यार्थियों को लेकर चलने वाले बिना परमिट वाहनों को राजसात करने की कार्यवाही भी की जाये।