महाकौशल के दो जिलों में आयोजित होंगे खेलो इंडिया यूथ गेम्स, सिवनी की हुई उपेक्षा!

(ब्यूरो कार्यालय)
नई दिल्ली (साई)। जब से सुश्री विमला वर्मा के द्वारा सक्रिय राजनीति से किनारा किया गया उसके बाद से सिवनी को मिलने वाली सौगातें लगभग बंद ही हो चुकी हैं। 31 जनवरी से 11 फरवरी तक आयोजित होने वाले पांचवे खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 का आयोजन प्रदेश के आठ एवं महाकौशल के दो जिलों में किया जाना प्रस्तावित है पर इसमें सिवनी का नाम नहीं है।
मध्य प्रदेश में पांचवें खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 का आयोजन किया जायेगा। प्रदेश के 8 नगरों (भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर, मण्डला, महेश्वर और बालाघाट) में 31 जनवरी से 11 फरवरी 2023 के बीच यह आयोजन होगा। आज होटल अशोक में आयोजित खेलो इंडिया यूथ गेम्स-2022 उद्घोषणा कार्यक्रम में मध्यप्रदेश को इन खेलों की मेजबानी सौंपी गयी है।
कार्यक्रम में केन्द्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री श्री अनुराग ठाकुर ने मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान को खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल सौंपी। खेलों की मेजबानी दिये जाने पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय मंत्री श्री अनुराग ठाकुर को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि इन खेलों के आयोजन से मध्यप्रदेश में खेलों की दिशा में नई क्रांति आयेगी।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि खेलो इंडिया यूथ गेम्स का मध्यप्रदेश में ऐसा आयोजन करने का प्रयास किया जायेगा कि पूरा भारत ही नहीं पूरी दुनिया उसे देखेगी। उन्होंने कहा कि खेलो इंडिया यूथ गेम्स की मेजबानी देकर मध्यप्रदेश में जो विश्वास प्रधानमंत्री श्री मोदी ने दिखाया है उसकी कसौटी पर पूरी तरह से खरा उतरने का हम प्रयास करेंगे। उन्होंने ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के मार्गदर्शन से खेलो इंडिया के माध्यम से गांव-गांव में खेलों का विकास हो रहा है। खेल के क्षेत्र में भारत अब चमत्कार कर रहा है।
मध्यप्रदेश में खेल अधोसंरचना के विकास की जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि प्रदेश में राज्य, जिला, गांव स्तर पर खेलों को बढ़ावा देने के लिए मध्यप्रदेश सरकार ने हरसंभव प्रयास किये हैं। मध्यप्रदेश में 18 खेलों की 11 खेल अकादमियां स्थापित की गई हैं। प्रदेश की शूटिंग अकादमी अंतर्राष्ट्रीय स्तर की है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि जिला स्तर पर स्टेडियम, मिनी स्टेडियम और प्रशिक्षण केन्द्र स्थापित किये गये हैं। ग्राम पंचायत स्तर पर भी खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है। प्रदेश में मलखम्ब जैसे पारंपरिक खेलों को भी प्रोत्साहित किया जा रहा है। 2003 में खेल विभाग का बजट केवल 5 करोड़ रुपये था जो अब बढ़कर 347 करोड़ रुपये हो गया है। मध्यप्रदेश स्थापना दिवस पर 03 नवम्बर से 07 नवम्बर तक गांव-गांव में खेल प्रतियोगिताएं आयोजित होंगी।
कार्यक्रम को मध्यप्रदेश की खेल एवं युवा कल्याणमंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया, केन्द्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री श्री अनुराग ठाकुर और राज्यमंत्री श्री निसिथ प्रमाणिक ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर प्रमुख सचिव खेल एवं युवा कल्याण श्रीमती दीप्ति गौड़ मुखर्जी भी उपस्थित थीं। कार्यक्रम में मध्यप्रदेश के युवा खिलाड़ियों ने मलखम्ब और ब्रेक डांस की आकर्षक प्रस्तुति दी।

रीतने लगी सिवनी की गागर

मध्य प्रदेश के सिवनी जिले में दो दो सांसदों और चार चार विधायकों के रहते हुए भी सिवनी के बारे में अगर देखा जाए तो उपलब्धियों के मामले में सिवनी की गागर रीति ही प्रतीत होती है। नब्बे के दशक तक सिवनी के सांसदों, विधायकों के द्वारा जिले को सौगातें दी जाती रहीं हैं, किन्तु उसके बाद से सिवनी को सौगातें लगभग मिलना बंद ही हो गया है। अब तो सिवनी को जो भी उपलब्धि हासिल हो रही है वह नीतिगत मामालों के चलते ही मिल पा रही है।