एपी एक्‍सप्रेस बची बाल बाल

 

 

 

 

 

(ब्यूरो कार्यालय)

ग्‍वालियर (साई)। मालगाड़ी के लोको पायलट की सर्तकता से डाउन ट्रैक पर एपी एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त होने से बाल-बाल बच गई।

ट्रेन को दुर्घटनाग्रस्त करने के इरादे से कुछ शरारती तत्वों ने सिमरियाताल-अनंतपेठ के बीच डाउन ट्रैक पर तार फेसिंग पोल रख दिया था। यदि सुपर फास्ट ट्रेन इससे टकराती, तो हादसा होना तय था और बड़ी संख्या में यात्रियों की जान खतरे में पड़ सकती थी।

गनीमत यह रही कि बुधवार तड़के 3.30 बजे गेट नंबर 398-99 के बीच खंभा नंबर 1188/24-26 के पास डाउन ट्रैक पर रखे तार फेसिंग पोल पर अप ट्रैक जा रही मालगाड़ी के लोको पायलट की नजर पड़ गई और उन्होंने ट्रेन को रोककर कंट्रोल को जानकारी दे दी। इससे हैदराबाद से चलकर नई दिल्ली की ओर जाने वाली 12723 सुपर फास्ट ट्रेन एपी एक्सप्रेस को डबरा स्टेशन पर ही रोक लिया गया।

बताया जाता है कि बुधवार तड़के 3.30 बजे सिमरियाताल और अनंतपेठ स्टेशन के बीच खंभा नंबर 1188/24-26 के पास गांव के कुछ शरारती तत्वों ने यात्री ट्रेन को दुर्घटनाग्रस्त करने के इरादे से तार फेंसिंग के पोल को डाउन ट्रैक पर रख दिया और भाग गए। इसी बीच झांसी से चलकर ग्वालियर जा रही एपी एक्सप्रेस डबरा पहुंची ही थी कि तभी अप ट्रैक पर आ रही मालगाड़ी ट्रेन के चालक ने कंट्रोल को मैसेज दिया कि सिमरियाताल और अनंतपेठ के बीच डाउन ट्रैक पर सीमेंट का पोल रखा है।

कंट्रोल से मिली सूचना पर स्टेशन मैनेजर ने एपी एक्सप्रेस को डबरा स्टेशन पर ही रोक दिया और आरपीएफ को सूचना दी। सूचना मिलते ही आरपीएफ के उपनिरीक्षक रणवीर सिंह राजावत अपनी टीम के हैड कांस्टेबल पचोरी, इंजीनियरिंग विभाग के सीनियर सेक्शन इंजीनियर विभोर माथुर डबरा, सेक्सन मेट रामप्रकाश सिंह के साथ घटना स्थल पर पहुंचे और डाउन ट्रैक रखे सीमेंट के पोल को हटवाकर ट्रैक क्लियर किया। इसके बाद आंध्रप्रदेश एक्सप्रेस को ग्वालियर की ओर रवाना किया गया है।

आरपीएफ ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। बता दें कि इन दिनों थर्ड लाइन का काम चल रहा है और ट्रैक के दोनों ओर फेंसिंग कराने के लिए ट्रैक के किनारे सीमेंट के पोल रखे हुए हैं।

बताया जाता है कि शरारती तत्वों ने अनंतपेठ और स्टेशन के बीच खंबा नंबर 1188/24-26 के पास ट्रेन को रोककर लूट करने के उद्देश्य से डाउन रेलवे ट्रैक पर तार फेंसिंग पोल का स्लीपर रखा था, ताकि लोको पायलट ट्रेन को रोक दे और वह आसानी से वारदात को अंजाम दे सकें। यह स्टेशन ऐसे हैं जहां न तो आरपीएफ मौजूद रहती और न ही जीआरपी। इसके अलावा सिविल पुलिस भी यहां पर गश्त के लिए नहीं आती है।

घटना की खबर मिलते ही कंट्रोल द्वारा झांसी से ग्वालियर जा रही AP एक्सप्रेस को डबरा स्टेशन पर ही रोक दिया गया। इसके अलावा इसके पीछे आ रही अन्य ट्रेन को भी पिछले स्टेशन पर ही रुकवा दिया गया। आरपीएफ और रेलवे कर्मचारियों द्वारा ट्रैक क्लियर होने की रिपोर्ट के बाद ही ट्रेनों को ग्वालियर की ओर रवाना किया गया। इस ट्रेने लगभग 1 घंटे तक स्टेशन पर ही खड़ी रही।

पहले भी हो चुकी ऐसी घटना

पहले ही भी अनंतपेठ-सिमरिया ताल स्टेशन के बीच शरारती तत्वों द्वारा डाउन ट्रैक पर सीमेंट का पोल रख दिया था। इससे ग्वालियर की ओर जा रही सचखंड एक्सप्रेस का कैटल पोल से टकरा गया था। लेकिन चालक की सतर्कता से हादसा नहीं हो सका। इसके अलावा डाउन ट्रैक पर रखे पोल के कारण कर्नाटक एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त होने से बची थी।