गड्ढे बन रहे दुर्घटनाओं का कारण!

 

 

मुझे शिकायत नगर पालिका से है जिसके द्वारा शहर में जहाँ तहाँ खुदे गड्ढों की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है जिसके कारण बारिश के इन दिनों में सड़क दुर्घटनाओं में इजाफा हो रहा है।

शहर की कई सड़कें सीमेन्टेड होने के बाद भी उनमें बड़े-बड़े गड्ढे हो चुके हैं। एक प्रकार से कहा जाये तो ये सीमेन्टेड सड़कें पूरी तरह दम तोड़ चुकी हैं। ध्यान देने वाली बात यह है कि पूर्व में डामर की सड़कें जब बनवायी जाती थीं तब उनमें गड्ढे उभर आने पर उन सड़कों की मरम्मत भी करवायी जाती थी लेकिन सिवनी की सीमेन्टेड सड़कों पर लंबे समय से गड्ढे हो चुके हैं और अब ये गड्ढे विशाल रूप भी लेते जा रहे हैं लेकिन उनकी मरम्मत करवाये जाने की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।

बारिश का मौसम आरंभ हो चुका है और पिछले कुछ दिनों से बारिश भी अच्छी खासी हो रही है। इस बारिश का पानी इन गड्ढों में भर रहा है जिसके कारण वाहन चालकों को ये गड्ढे दिखायी नहीं देता है और उनमें से कुछ दो पहिया वाहन चालकों का वाहन इन गड्ढों में चला जाता है जिसके बाद अनियंत्रित हुए वाहन से गिरकर वाहन चालक घायल हो जाता है।

कुछ गड्ढे तो ऐसे हैं जो सड़क के किनारे होने के बाद भी चार पहिया वाहन का चालक जब अपने वाहन को पार्क करने के उद्देश्य से सड़क से नीचे अपना वाहन उतारता है तब उस वाहन का पहिया इन गड्ढों में चला जाता है। काफी मशक्कत के बाद ही चार पहिया वाहन को किसी तरह उन गड्ढों से निकाला जाता है लेकिन तब तक वाहन में बैठे यात्रियों को यदि कोई चोट नहीं भी आयी है तब भी वाहन में इतनी टूट-फूट हो जाती है कि वाहन स्वामी को आर्थिक क्षति वहन करना होता है।

यह सब नगर पालिका सिवनी की नाक के नीचे हो रहा है और नगर पालिका पर इसका रत्ती मात्र भी असर नहीं हो रहा है। गड्ढों को यदि पुरवाया नहीं जा सकता है तो कम से कम गड्ढे वाले स्थान पर एक बोर्ड ही लगवा दिया जाये तो वाहन चालक सतर्क हो जायेंगे। गौरतलब होगा कि सड़कों के संकरे हो जाने के कारण सड़क किनारे बने गड्ढे भी कम खतरनाक नहीं माने जा सकते हैं इसलिये उनको भरे जाने अथवा उनको ढंके जाने की आवश्यकता है जिसे नगर पालिका के द्वारा नहीं किया जा रहा है।

युवराज मानेश्वर